श्रावण मास में चार धाम यात्रा पूरी कर लौटे पुजारी रामबदन भगत, मां काली के चमत्कारों से भावुक हुए श्रद्धालु
बलिया। श्रावण मास की पवित्र बेला में पकड़ी धाम स्थित मां काली मंदिर के पुजारी रामबदन भगत चार धाम की पुण्य यात्रा पूरी कर अपने धाम लौट आए। इस पावन यात्रा के दौरान उन्होंने देवघर, राजगीर, विंध्याचल, मैहर, रामेश्वरम और पुष्कर जैसे पवित्र स्थलों पर दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद लिया।
पुजारी रामबदन भगत ने यात्रा के अनुभव साझा करते हुए कहा कि आजकल कई तीर्थ स्थलों पर “देव दर्शन” के नाम पर वसूली का सिलसिला चल पड़ा है, जो अत्यंत दुखद है। लेकिन कुछ पवित्र स्थान अब भी ऐसे हैं, जहां धर्म का असली स्वरूप जीवित है और बिना किसी लेन-देन के भक्तों को दर्शन का सौभाग्य मिलता है।
श्रवण मास के महत्व पर बोलते हुए उन्होंने कहा — "यह शिव उपासना का सबसे सशक्त अवसर है। शिव और शक्ति का संतुलन ही जीवन में सुख और शांति का मार्ग दिखाता है।"
मां काली की महिमा का वर्णन करते हुए पुजारी की आंखें भावुक हो उठीं। उन्होंने कहा — "मां के दरबार में आने वाला कोई भी भक्त खाली नहीं लौटता। कई ऐसे श्रद्धालु हैं जिन्हें कैंसर, एड्स जैसी जानलेवा बीमारियों से मुक्ति मिली है। मां का चमत्कार है कि जो भी सच्चे मन से पुकारता है, मां उसकी सुनती हैं और उसके दुखों का निवारण करती हैं।"
पकड़ी धाम में पुजारी के लौटने की खबर सुनते ही श्रद्धालु उमड़ पड़े। मां काली के जयकारों से पूरा परिसर गूंज उठा, और वातावरण भक्ति एवं भावनाओं से भर गया।
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