रक्षाबंधन से पहले राखी सूनी हो गई: बहन का भाई और मां-बाप का सहारा छीन ले गई सड़क हादसे की चीख
मऊ । हर साल की तरह इस बार भी बहन राखी तैयार कर रही थी। भाई के हाथ में बांधने के लिए। लेकिन इस बार रक्षाबंधन चार दिन पहले ही टूट गया।
घोसी कोतवाली क्षेत्र के जमालपुर विक्कमपुर के पास तेज रफ्तार कार ने रामानंद राजभर (21) की जिंदगी छीन ली — और पीछे छोड़ गए एक मां की चीख, एक बहन की टूटी राखी, और एक परिवार का उजड़ता सपना।
एक रात… जो कभी नहीं भुलाई जा सकेगी
दोहरीघाट थाना क्षेत्र के चुम्मानार गांव का रहने वाला रामानंद मंगलवार को अपनी मौसी के घर फतहपुर ताल नरजा गया था। कुछ ही घंटों बाद, जब वह बाइक से लौट रहा था, तो फोरलेन पर अचानक सामने से आती तेज रफ्तार कार (UP53B9291) ने उसकी बाइक को रौंद दिया।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि रामानंद करीब 10 मीटर दूर जा गिरा।
साथ में चल रहे दोस्तों की बाइक बच गई, लेकिन रामानंद ज़िंदगी की जंग हार गया।
"भइया अबकी राखी पे जल्दी आना..."
बहन राखी की ये बात आखिरी रह गई। जो भाई हर साल मिठाई और हंसी लेकर आता था, इस बार कफ़न में लिपटा आया।
राखी अब भी वैसी ही रखी है — थाली में चावल, दीपक और रंगोली। लेकिन अब कोई हाथ नहीं है जिस पर वह बाँधी जाए।
घर का सबसे बड़ा बेटा, मां-बाप का सहारा
रामानंद, अपने परिवार का आधार था।
पढ़ाई छोड़कर भाई नीरज और बहन राखी की शिक्षा, मां शीला देवी और पिता हरखू राजभर की जिम्मेदारी उसी ने उठाई थी।
उसकी कमाई, उसका सपना, और उसका होना ही पूरे परिवार की ताकत था।
अब मां रोते हुए कहती हैं:
> "हमार बेटा ना रहल… अब घर कौन संभाले?"
चालक फरार, पुलिस जांच में जुटी
घटना के बाद कार चालक मौके पर गाड़ी छोड़कर भाग गया।
पुलिस ने वाहन नंबर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है और कार को सीज कर लिया गया है।
प्रभारी निरीक्षक प्रमेन्द्र सिंह ने बताया कि
> “चालक की तलाश की जा रही है, जल्द गिरफ्तारी होगी।”
By- Dhiraj Singh
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