धूमधाम से मनाया गया जश्न ए ईद ए मिलाद उन नबी का पर्व बारावफात
बैरिया ,बलिया । जश्न ए ईद-ए-मिलाद उन नबी का पर्व आज शुक्रवार को बड़े ही अकीदत के साथ मनाया गया । इस्लाम धर्म में इसका बहुत बड़ा महत्व है ।
बारावफात इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने रबी-अल-अव्वल में मनाया जाता है. ये दिन पैगंबर मोहम्मद की पैदाइश के दिन के तौर पर याद किया जाता है. बारावफात भारत, मलेशिया, श्रीलंका, समेत सभी मुस्लिम आबादी वाले देशों में उत्साहपूर्वक मनाया जाता है ।
आज देशभर में मुसलमान बारावफात मना रहे हैं. बरावफात को मिलाद-उन-नबी भी कहते हैं. ये दिन पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद की यौमे पैदाइश (जन्मदिन) के तौर पर मनाया जाता है. बारावफात इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने रबी-अल-अव्वल में मनाया जाता है. हालांकि, पैगंबर मुहम्मद के जन्म की सही तारीख मुस्लिम समुदाय के सुन्नी और शिया संप्रदायों के अनुसार अलग-अलग है. सुन्नी रबी-अल-अव्वल के 12वें दिन को पैगंबर मुहम्मद की जन्मतिथि मानते हैं. जबकि शिया रबी-अल-अव्वल के 17वें दिन उनकी जन्मतिथि मानते हैं. "मिलाद-उन-नबी" का शाब्दिक अर्थ है- पैगंबर का जन्म. हालांकि, इस दिन को मौलिद के नाम से भी मनाया जाता है. मौलिद अरबी मूल का शब्द है, जिसका अर्थ है जन्म देना.
पैगंबर मुहम्मद का जन्म लगभग 570 ईस्वी में मक्का में हुआ था. पैंगबर मोहम्मद इस्लाम के संस्थापक थे. पैगंबर मोहम्मद को एकेश्वरवाद (यानी ईश्वर एक है) का अंतिम पैगंबर माना जाता है, जो आदम, ईसा और अब्राहम जैसे अन्य पैगंबरों के बाद आए. पैगंबर मुहम्मद छह साल की उम्र में अनाथ हो गए थे, मोहम्मद साहब का पालन-पोषण उनके दादा और फिर चाचा अबू तालिब ने किया था. जब वह 40 साल के थे, तब उन्हें हीरा गुफा में फरिश्ता जिब्रील अलैहिस्सलाम से अल्लाह का पहला संदेश मिला. पैगंबर मोहम्मद को जो संदेश जिब्रील अलैहिस्सलाम से मिला, वही कुरान की पहली आयत है. यह घटना पैगंबर के जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी. इसके बाद उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी अल्लाह का संदेश फैलाने में बिताया।
इस दिन को पैगम्बर मुहम्मद सल 0 की जिंदगी और उनकी दी गई शिक्षाओं याद करने के लिए मनाया जाता है ।
बैरिया विधान सभा में आज क्षेत्र के मुस्लिम बंधुओं ने परंपरा के अनुसार जगह जगह जुलूस निकाला और हजरत मुहम्मद के नारे के साथ क्षेत्र भ्रमण किया ।
कोटवा रानीगंज, मधुबनी, बैरिया , चांदपुर, लालगंज, आदि गांवों के लोगों ने शांति पूर्वक जुलूस निकाल कर खुशियां मनाई । जगह जगह लंगर,भोजन पानी, आदि का इंतजाम भी किया गया था। लोग एक दूसरे को मुबारकबाद देते हुए गले मिल रहे थे। कोटवा मस्जिद के सेक्रेटरी शकील खान ,अहमद राजा , फिरोज अहमद ,लड्डू , मुजम्मिल राजा, रमजान, अरबाज, प्रधान प्रतिनिधि रोशन गुप्ता , पूर्व प्रधान विनोद सिंह, विनय सिंह, प्रमोद सिंह समाजसेवी, अखिलेश तिवारी, विनोद खान , आसिफ , जावेद ,एजाज अहमद, आरिफ, गुड्डू खान ,शनि सिंह, राम अवध सिंह आदि समाजसेवी मौजूद रहे ।
सी 0ओ 0 फहीम कुरैशी , कोतवाल मूलचंद चौरसिया, एस एस आई प्रभाकर शुक्ला, एस आई प्रदीप कुमार, जय किशुन पाल, अनिल यादव आदि पुलिस के जवान जगह जगह मुस्तैद रहे ।
मनियर में धूमधाम से मना बरावफात का त्यौहार
मनियर, बलिया। बरावफात (ईद ए मिलादुन्नबी) का त्यौहार मनियर क्षेत्र में धूमधाम से मनाया गया। इस त्यौहार के बारे में बताया जाता है कि इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगंबर मुहम्मद साहब के जन्म और मृत्यू दोनों के दिन के रूप में मनाया जाता है इस दिन सुन्नी मुसलमान पैगंबर की शिक्षाओं को याद करते हैं कहते हैं कि वे इंसानियत व प्रेम का संदेश दिया था। आज के दिन मुसलमान मस्जिदों में सामूहिक प्रार्थना कर कुरान का पाठ कर जुलूस निकालते हैं व गरीबों को भोजन व कपड़ा दिया जाता है। यह त्यौहार मनियर थाना क्षेत्र के छः गांव छितौनी, रामपुर ,चकफुल, बड़ागांव ,निपनिया एवं भागीपुर में मनाया गया।इस मौके पर छितौनी गांव में मोहम्मद इश्तियाक, रामपुर में मोहम्मद मुस्ताक, चकफुल में मोहम्मद शाहिद आलम, बड़ा गांव में नसीम अख्तर ,निपनिया में मोहम्मद हाफीज एवं भागीपुर में अत्तउल्लाह अंसारी ने त्यौहार का आयोजन कर्ता रहे। रामपुर में जुलूस मदरसा से करीब 9:30 बजे निकला जो मस्जिद होते हुए पूरे गांव का भ्रमण करने के बाद मदरसा पर जाकर समापन हुआ ।इसके बाद मस्जिद में जुम्मे की नमाज 1:00 बजे पढ़ी गई। 6 गांवों में पुलिस एवं होमगार्ड पीआरडी के जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी। हर जगह प्रभारी थाना अध्यक्ष मोहम्मद इस्माइल अपने दलबल के साथ चक्रमण करते रहे।
नगर में सौहार्द पूर्ण वातावरण में निकला वाराफात का जुलूस
रेवती, (बलिया) नगर के उत्तर टोला स्थित बड़ी मस्जिद से हाफिज शाहिद, हाफिज अलाउद्दीन व बसीर आलम के नेतृत्व में वाराफात का जुलूस शान्ति पूर्ण माहौल में निकला। जुलूस गुदरी बाजार, बड़ी बाजार के रास्ते बस स्टैंड पहुंचा। बस स्टैंड से पुनः थाना, मठिया बाजार, बीजगोदाम, उत्तर टोला, बिचलागढ़ होता हुआ बड़ी मस्जिद पहुंच कर समाप्त हुआ। जुलूस में बड़ी संख्या में युवक व बच्चें शामिल रहें। इस दौरान कलाम खां , महताब आलम,मनौवर,अनवर अली,कैश आदि शामिल रहे। शान्ति व्यवस्था के मद्देनजर थानाध्यक्ष संजय कुमार मिश्र, उप निरीक्षक माखन सिंह, ऋषिकेश राय, अवनीश त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट : शकील खान, प्रदीप कुमार तिवारी, पुनीत केशरी
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