शैक्षिक एवं सामाजिक उन्नयन को समर्पित रहा पंडित अमरनाथ मिश्र का जीवन
बलिया। स्वतंत्रता सेनानी पं० अमरनाथ मिश्र की 93 वीं जयन्ती मंगलवार को श अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दूबेछपरा में मनाई गयी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बैरिया विधायक सुरेन्द्र सिंह रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ पं० अमरनाथ मिश्र जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलित कर किया गया। सभी आगंतुकों एवं महाविद्यालय परिवार के सदस्यों ने पं० मिश्र की प्रतिमा पर पुष्पार्जन कर श्रध्दा सुमन अर्पित किया।
बतौर मुख्य अतिथि विधायक सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि पं० अमरनाथ मिश्र जी अनन्य प्रतिभा के धनी एवं समग्र विकास के प्रणेता थे। अपने प्रतिभा के बल पर ही वे फर्श से अर्श तक पहुँच कर अपना पूरा जीवन देश एवं समाज के लिए अर्पित कर दिया। वे एक स्वतंत्रता सेनानी के रूप में देश की आजादी के लिए अपनी तरूणाई को समर्पित कर दिया और जब देश स्वतंत्र हुआ तो वे क्षेत्र में शिक्षा के उन्नायक , समाज सेवक तथा धार्मिक- आध्यात्मिक मूल्यों के प्रणेता के रूप में जीवन पर्यन्त विकास कार्यों में लगे रहे। डा० जनार्दन राय ने कहा कि स्वनामधन्य पं० अमरनाथ मिश्र जी एक ऐसे मनीषी थे, जो सदैव समाज के लिए समर्पित रहे। गुरू पूर्णिमा के दिन आविर्भाव एवं अवसान साधारण व्यक्ति का नहीं होता है, बल्कि मनीषी का होता है और निश्चित तौर पर पं० मिश्र एक मनीषी थे।
इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने भी पं० मिश्र के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर वृहद् प्रकाश डाला। इस अवसर पर क्षेत्र के गणमान्य लोगों सहित पं० मिश्र जी की पुत्री श्रीमती विमला मिश्र भी सपरिवार उपस्थित रहीं।कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डा० गौरीशंकर द्विवेदी ने सभी आगंतुकों के प्रति आभार प्रकट किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शुभनारायण पाण्डेय तथा संचालन डा० शिवेश राय ने किया।
By-Ajit Ojha
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