और तड़प तड़प कर प्रसूता ने दे दी जान
दोकटी (बलिया): क्षेत्र के जगदीशपुर गांव में नाव उपलब्ध न होने के कारण प्रसूता महिला की घंटों तड़पना पड़ा, फिर बाद में किसी तरह नाव की व्यवस्था की गई और उसे सीएचसी सोनबरसा पहुंचाया गया। तब तक उक्त प्रसूता की हालत काफी बिगड़ चुकी थी। सीएचसी अस्पताल के चिकित्सकों ने उशकी स्थिति को गंभीर देखते हुए सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया, जहां में इलाज के दौरान प्रसूता की मौत हो गई।
जगदीशपुर निवासी बैकुंठ पांडेय की पत्नी गुड्डन (22) गर्भवती थी, रविवार की लगभग चार बजे अचानक उसे प्रसव पीड़ा होने लगी। चारों तरफ बाढ़ का पानी भरने के कारण अस्पताल जाने के लिए किसी वाहन की व्यवस्था न हो सकी। एकमात्र नाव से ही उसे इलाज के लिए ले जाना था किंतु जो भी नाव गांव में शासन स्तर से लगाई गई हैं, वे पर्याप्त नहीं हैं जो नावें लगी भी, उसके नाविक अपने दरवाजे पर ले जाकर बांध देते हैं और सुबह सी उसे लेकर आते हैं। बाढ़ चौकी पर कोई चिकित्सक भी मौजूद नहीं था, जिससे उसका तत्काल इलाज किया जा सके। घटना की सूचना पर विधायक सुरेंद्र सिंह ने सोमवार को पीड़ित के दवाजे पर पहुंचकर सांत्वना दिया।
रिपोर्ट विद्या भूषण चौबे
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