बगैर बिचौलियों के नहीं बन रहा आधार
रसड़ा (बलिया) । एक तरफ सरकार सबका साथ सबका विकास के नारा देकर लोगों को सारी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रयासरत है तो वहीं दूसरी तरफ आधार कार्ड बनाने की प्रकिया को इस कदर पेचिदा कर दिया है कि लोगों को आधार कार्ड बनाने के लिए मजबूर होकर बिचौलियों की मदद लेनी पड़ रही है । अन्यथा की स्थिति में महज आधार के लिए लोगों को हफ्ते भर दौड़ना पड़ रहा है। इतना ही नहीं इसे बनाने में लोगों को 200 से लेकर 400 रूपये तक चुकाना भी पड़ रहे है।
रसड़ा में आधार कार्ड प्रधान डाकघर व स्टेट बैंक में बनाने का दायित्व सौंपा गया है। सबसे दयनीय स्थिति प्रधान डाक घर रसड़ा की है, जहां लोगों को समय से आधार कार्ड का फार्म तक नहीं मिल पा रहा। लोगों के बैठने व खड़ा होने तक की भी कोई व्यवस्था नहीं होने से लोग घंटों किसी तरह बरसात का पानी में ही खड़े रहने को विवश हैं। साथ ही डाक घर के सामने बारिश की वजह से हमेशा ही कीचड़ हो जाने से लोगों को और भी परेशानियां उठानी पड़ती हैं। इन दिनों आधार कार्ड बनाने के लिए केंद्रों पर हो रही दुश्वारियों के समाधान न होने से आये दिन लोगों द्वारा हंगामा भी किया जाता है, लेकिन इन समस्याआें का कोई स्थायी समाधान न निकाले जाने से जहां लोगों को समय व धन दोनों की बर्बादी उठानी पड़ रही है, वहीं समय से आधार कार्ड भी नहीं बन पाने का मलाल भी हैं। समय रहते आधार कार्ड बनाने की प्रकिया को आसान नहीं बनाया गया तो लोग जहां विभिन्न योजनाओं के लाभ से वंचित होते रहेंगे।
रिपोर्ट पिन्टू सिंह
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