शायद अब ना बचे गोपालपुर का अवशेष !
रामगढ़,बलिया। सिर्फ दुबेछपरा रिंग बंधा ही कटान के भेंट नही चढ़ी है, गोपालपुर ग्राम पंचायत का भी अस्तित्व समाप्त के कगार पर है।गंगा नदी की मुख्यधारा दुबेछपरा रिंग बंधा गोपालपुर के सामने डेढ़ किमी की दूरी में पूरी तरह नदी में समाहित होने के बाद नदी की मुख्य धारा पूरब में दुबेछपरा कन्या विद्यालय और दक्षिण में उदईछपरा निवासी रामपरसन सिंह के घर गंगा में समाहित हो चुका है वही पच्छिम गोपालपुर में प्रिन्स कुम्हार, हरीभजन कुम्हार नदी में विलीन हो चुका है। ऐसे में जानकारों की मानें तो अब रिंग बंधे का निर्माण भी हो पायेगा तो गोपालपुर ग्राम पंचायत के 10 हजार की अबादी को छोड़कर प्रसादछपरा, बुधनचक, मुरलीछपरा, पांडेयपुर अठगावां, टेंगरही के करीब 25 हजार की अवादी को बचाने के लिए रिंग बंधे का निर्माण किया जा सकता है। इधर बाढ़ से बेघर हुए नौनिहाल एनएच के किनारे जान जोखिम में डालकर जीवन यापन करने को विवश है। बाढ़ विभाग के अधिशासी अभियन्ता वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि बाढ़ का पानी समाप्त होने के बाद समीक्षा किया जाएगा। इसके बाद ही बाढ़ विभाग कोई निष्कर्ष पर पहुंच सकेगा।
रिपोर्ट रविन्द्र नाथ मिश्र
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