चरम पर जंगली सूअरों का आतंक, दहशत के साए में जी रहे बाढ़ पीड़ित
रामगढ़, बलिया। इलाके के पाण्डेयपुर मे रविवार की सुबह तड़के पांच बजे एक जंगली सुअर बाढ़ की पानी से बचने के लिए पांडेयपुर निवासी महाजन मिश्र के घर में घुस गया, घर के लोगों की नींद खुली तो उन्हें घर के पिछले हिस्से में किसी जीव की आहट सुनाई दी। छत से जंगली सुअर पर नज़र पड़ी तो आस पास के बाढ़ पीडितों में भय का माहौल हो गया। लोगों की सतर्कता का कारण व हो हल्ला होने से सुअर गांव के पूरब की तरफ़ भाग निकला। ग्रामीणों के पिछा करने के बाद भी वह पकड़ से बाहर हो गया,लेकिन उसके स्वतन्त्र विचरण से सभी बाढ़ पीड़ितों में भय और बढ़ गया है।
श्री मिश्र के बड़े पुत्र युवा समाज सेवी अतुल कुमार मिश्रा के अनुसार पिछले दिनों दुबे छपरा में हुए जंगली सुअर के हमले को देखने के बावजूद भी पांडेयपुर में एनडीआरफ की टुकड़ी मौजूद नहीं हुई जो इस दुर्घटना को रोकने में बाढ़ पीड़ितों की मदद कर सके। बताया कि शासन और प्रशासन को तत्काल पांडेयपुर में भी एक एनडीआरएफ की टुकड़ी तैनात करनी चाहिए, जिससे कि आपातकाल की स्थिति में बाढ़ पीड़ितों को सहायता मिल सके और एनडीआरएफ के जवानों के मौजूदगी में बाढ़ पीड़ित खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें।
रिपोर्ट रविन्द्र नाथ मिश्र
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