बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचे पूर्व मंत्री,बांटा दर्द,दी मदद
बलिया। गंगा की लहरों से घिरे बाढ़ पीड़ितों को सरकार द्वारा उपेक्षा देख पूर्व मंत्री नारद राय दूसरे दिन सोमवार को वजीरापुर, मोहम्मदपुर, जनाड़ी, पांडेपुर, भीमपटी, बसरीकापुर, ओझावालिया, दूबहड, हरिहरपुर, हास नगर, हल्दी सहित दर्जनों गांवों में बाढ़ पीड़ितों से मिल उनका दर्द जाना। इस दौरान बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया और इस विपता की घड़ी में साथ रहने का भरोसा दिलाया। पीड़ितों ने पूर्व मंत्री से अपनी पीड़ा को बतलाते हुए जिला प्रशासन पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया।
बाढ़ प्रभावित लोगों से नारद राय ने कहा कि मानव सेवा से से बड़ा कोई धर्म नहीं है इसलिए हम अपने साथियों संग आप लोगों के बीच आया हूं उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिला प्रशासन की नजर में केवल दोआबा के बैरिया में बाढ़ आई हुई है लेकिन हम समाजवादियों के नजर में बलिया के कोटवा नारायणपुर से सिताबदियारा तक के लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, इसलिए हम हमेशा की तरह आपके बीच सेवा की नियत से आए हैं।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी के नेतृत्व में हम आपके आंसू पोछने का काम करते हैं बाढ़ क्षेत्र का भ्रमण करते हुए पूर्व मंत्री नारद राय जी ने यह पाया कि नगर विधानसभा क्षेत्र के वह गांव जो गंगा नदी के पानी एवं कटान से प्रभावित है वहां के लोगों में जिला प्रशासन द्वारा कोई राहत सामग्री नहीं दिया गया एक तरफ जहां लोग अपने दुख में शामिल हुए हैं उनके पशु भूखो पानी में छटपटा रहे हैं आज तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाढ़ राहत के नाम पर कोई बड़ा ऐलान नहीं किया है बाढ़ कैंपों में रहने वाले तो बहुत कम लोग होते हैं बाढ़ के पानी में गांव के हजारों लोग फंसे हुए हैं जिला प्रशासन को उनकी भी खबर लेनी चाहिए और तत्काल राहत सामग्री पहुंचाना चाहिए।
श्री राय ने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों जनाड़ी निवासी त्रिपुरारी पांडे और कटहल नाला में डूबकर मरने वाले गुड्डू रंगीला व अरुण कुमार मृत परिवारों को दस दस लाख रुपये तत्काल मुआवजा देने की मांग किया है। इस अवसर पर राजकुमार पांडे, अजीत सिंह यादव, सुशील पांडे, शिवजी यादव, चंदन गुप्ता, दया चौधरी, बिकाऊ गोड, सतेन्द्र, सुभाष यादव, मदन वर्मा, बृजेश पाठक, कृष्णा राय, राजेंद्र यादव, बलराम यादव, हरेराम यादव, लल्लन राय, गुलाब राय, आनंद यादव, रामधारी यादव आदि प्रमुख रूप रहे।
By-Ajit Ojha
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