परिवहन मंत्री के फरमान के बाद भी नहीं बदला बस स्टैंड का तस्वीर
रसड़ा (बलिया) । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले सभी क्षेत्रों में विकास की अविरल धारा बहाने का ढिंढोरा भले ही पीट रही हो, लेकिन उसका यह दावा अनेक क्षेत्रों में पूरी तरह से हवा- हवाई ही साबित होकर रह गया है।
ज़ी हां इसका जीता जागता उदाहारण रसड़ा रोडवेज बस स्टेशन की वर्षों से बदहाल स्थिति को देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभागीय उदासीनता ने यात्रियों के लिए परेशानी का सबब खड़ा कर दिया है। सबका साथ, सबका विकास के तहत प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री द्वारा इसे आदर्श बस स्टेशन बनाने की संस्तुति जुलाई माह 2019 में ही प्रदान कर चुकी है किंतु लगभग चार महीनें बीत जाने के बावजूद भी यहां बढ़ती गंदगी और विरानगी यह बताने के लिए काफी है कि विभागीय अधिकारी मंत्री जी के कथनी और करनी में कितना अंतर है इस स्टेशन का कायाकल्प को मूर्त रूप देने के लिए कितने तत्पर नजर आ रहे हैं। वर्तमान में आलम यह है कि जहां साफ- सफाई, शौचालय लाइट सहित सभी बुनियादी सुविधाएं पूर्णत: नदारद हैं वहीं भारी गंदगी के कारण यात्री तो परिसर के अंदर जाना मुनासिब नहीं समझते किंतु दिन भर आवारा पशुओं गदहा, सुकर व शराबियों के लिए अच्छा- खासा बसेरा व चारागाह अवश्य बनकर रह गया है। इस बस स्टेशन की बदहाल स्थिति को देखने से एक तरफ जहां विभागीय लापरवाही उजागर हो जाती है। जिसके कारण यह बस अड्डा धीरे-धीरे अपने अस्तित्व को खोता चला जा रहा है।
रिपोर्ट : पिन्टू सिंह


No comments