कर्मचारियों के सातवें दिन भी हड़ताल से तहसील के सभी दफ्तरों कामकाज ठप, आमजन परेशान
बैरिया, बलिया : रजिस्टार कानूनगों व बैरिया विधायक के पुत्र का हुए विवाद में आमजनता पीस रही है।कर्मचारियों के सातवें दिन हड़ताल से तहसील के सभी दफ्तरों,कार्यालयों व न्यायालयों के दरवाजों पर ताला लटका रहा।वही आम लोग उम्मीद के साथ कि आज तहसील खुला होगा तहसील में पहुचे लेकिन हड़ताल देखकर उन्हें मायूस लौटना पड़ा। कई लोग अधिवक्ताओं व एक दूसरे से पूछते रहे कि हड़ताल कब खत्म होगा।लगातार सात दिनों तक तहसील न खुलने के वजह से लोगों के चेहरे पर थकावट व मायूसी साफ झलक रहा था।छात्र,छात्राओं से लेकर नौकरी के लिए आवेदन करने वाले युवाओं को आय,जाति, निवास प्रमाण पत्र के लिए दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है।आलम यह है कि तहसील से न तो खतौनी निकल रहा है और न जमीन खरीद बिक्री हो रहा है,आय प्रमाण पत्र के लिए आई एक लड़की ने कर्मचारियों की हड़ताल देख तहसील परिसर में धबढबिया गयी।तहसील कैम्पस व बाहर दुकानदार भी दुकान न चलने से मायूस रहे,जबकि स्टाम्प बिक्रेता,दस्तावेज लेखक,अधिवक्ता सभी के रोजगार पर असर पड़ा है।बैरिया एसडीएम अशोक चौधरी बृहस्पतिवार को एक बार फिर हड़ताल खत्म कराने के लिए जिलामुख्यालय कर्मचारियों के बीच पहुचे,लेकिन तीन बजे तक कर्मचारी संघ द्वारा कोई निर्णय नही लिया गया था।इस बाबत कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के महामंत्री बृजबिहारी सिंह ने बताया कि जब तक हमारी तीनों मांगे पूरी नही की जाती है हमारा आंदोलन चलता रहेगा।पूछने पर की एसडीएम बैरिया अशोक चौधरी हड़ताल खत्म कराने के लिए जिलामुख्यालय जाकर आप लोगों से अनुरोध किये है उसपर क्या निर्णय हुआ उनका कहना था कि एसडीएम साहब का अनुरोध अपने जगह है और हमारा आंदोलन अपने जगह है।एसडीएम बैरिया के मोबाइल पर फोन करने पर नायब तहसीलदार रजत सिंह ने कहा एसडीएम साहब कर्मचारी संघ से बहुत अनुरोध किया कि हड़ताल समाप्त किया जाय जिससे आम जनता की नुकसान न हो,लेकिन कर्मचारी संघ गिरफ्तारी तक जिद पर अड़ गए है।
रिपोर्ट : वी चौबे
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