आखिरकार जन दबाव के आगे झुकी पुलिस, सूचना देने वालों को किया रिहा
बलिया : तस्करी के माध्यम से बिहार भेजी जा रही शराब की सूचना पुलिस को देने पर पुलिस ने तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने के स्थान पर सूचना देने वालों को ही हिरासत में ले लिया। जिसके चलते जमकर बवाल हुआ और अंतत: जन दबाव में हिरासत में लिए गए युवकों को पुलिस को छोड़ना पड़ा।
घटना सुरेमनपुर पुलिस चौकी का है। जहां शनिवार की शाम एक बोलेरो से शराब तस्कर गोपाल नगर के रास्ते घाघरा नदी से तस्करी के लिए शराब लादकर बिहार ले जा रहे थे। सुरेमनपुर स्टेशन के पास कुछ युवकों ने शराब लदी बोलेरो को पकड़ लिया और इसकी सूचना फोन करके मनू शर्मा व चंदन तिवारी निवासी सुरेमनपुर ने चौकी इंचार्ज सुरेमनपुर को दिया। सूचना के बाद पुलिस द्वारा उक्त दोनों युवकों को भी हिरासत में ले लिया गया। यहीं नहीं आरोप है कि पुलिस ने शराब लदी गाड़ी को भी मौके पर पहुंचकर भगा दिया। इसकी सूचना पर कुछ लोग हिरासत में लिए गए युवकों को छुड़ाने के लिए पुलिस चौकी सुरेमनपुर गए किंतु चौकी इंचार्ज ने कहा कि उक्त लोगों द्वारा शराब लूटा गया है, इसलिए इन्हें छोड़ा नहीं जाएगा, ये जेल जाएंग।
इसकी सूचना ग्रामीणों ने नगर पंचायत अध्यक्ष बैरिया के प्रतिनिधि शिवकुमार वर्मा मंटन को दी, सैकड़ों समर्थकों के साथ देर शाम पुलिस चौकी पहुंचे और यह आरोप लगाते हुए शराब तस्करों के पकड़ने के बदले आप लोग सूचना देने वालों को ही पकड़ने है, इन्हें छोड़िए किंतु चौकी इंचार्ज ने छोड़ने से मना कर दिया। जिसके बाद चौकी इंचार्ज व नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि के बीच गरमागरम बहस होने लगी और अंतत: अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवकुमार वर्मा मंटन अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ रात 11 बजे धरने पर बैठ गए। इसकी सूचना पर एसएचओ बैरिया संजय त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और रात लगभग एक बजे समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराया और हिरासत में लिए गए दोनों युवकों को छोड़वा दिया।
वहां जुटी भीड़ का कहना था कि चौकी इंचार्ज सुरेमनपुर का शराब तस्करों के साथ मिलीभगत है, इसलिए ये सूचना देने वालों को ही जेल भेजना चाह रहे हैं ताकि आइंदे से कोई शराब तस्करों का रास्ता न रोके जबकि पुलिस का कहना था कि एक व्यक्ति अपने शादी समारोह में उपयोग के लिए शराब अपने घर ले जा रहा था। जिसे भीड़ ने लूट लिया। शराब लूटने के जगह उसे पकड़ कर तीन लोगों को पुलिस के हवाले करना चाहिए था। कानून के सहयोग के नाम पर किसी को भी कानून तोड़ने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
इस बाबत पूछे जाने पर एसएचओ संजय त्रिपाठी ने बताया कि देर रात बवाल का पटाक्षेप मैंने करा दिया है। मैं इसकी जांच स्वयं कर रहा हूं। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट : धीरज सिंह
No comments