विधवा के अंतिम संस्कार मे नहीं पहुंच पाया बेटा
सिकन्दरपुर (बलिया) थाना क्षेत्र के लिलकर गाव में बृहस्पतिवार की शाम 60 वर्षीय एक विधवा के निधन के बाद उसके अन्तिम सँस्कार की गम्भीर समस्या उतपन्न हो गई। कारण कि मृतिका के परिवार तब कोई पुरुष सदस्य नहीं था।ऐसी विकट स्थिति में पास पास के लोगों ने पड़ोसी धर्म का निर्वहन करते हुए दूसरे दिन मृतिका का अंतिम संस्कार किया।
गांव के राबड़ी देवी दो सन्तानें है 17 वर्ष का पुत्र मंजेश व 15 वर्षीय पुत्री मीना चौहान।राबड़ी देवी पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रही थीं। इस समय वह अपनी पुत्री मीना के साथ घर पर रह रही थीं कारण की उनका पुत्र कहीं मजदूरी करता है और लक डाउन के चलते वहीं फंसा हुआ है।निधन के समय राबड़ी के घर में उनके अंतिम संस्कार तक के लिए पैसा नहीं था।
मृतक की पुत्री पर घर चलाने के लिए आ पड़ी है संकट
मृतिका की पुत्री मीना की मानें तो उसकी मां मेहनत मजदूरी करके किसी तरह से घर का खर्च चलाती थी। मां के निधन के बाद पुत्री मीना का रो- रो कर बुरा हाल है। वह रो-रो कर कह रही है, कि आखिर अब घर कैसे चलेगा। क्योंकि मेरा भाई भी जो मजदूरी करता है वह भी लाक डाउन की वजह से बाहर कहीं फंसा हुआ है।
रिपोर्ट-हेमंत राय
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