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जाने कहां पुलिस की कार्यप्रणाली पर लगा सवालिया निशान



दुबहड, बलिया:  स्थानीय पुलिस द्वारा ममता पांडे पुत्री राधा मोहन पांडे की तहरीर पर ओझा कछुवा निवासी मकसूदन पांडे व सरल यादव को पुलिस द्वारा धारा 457 व 380 के तहत चालान कर दिया गया।  जिसमें सरल यादव नामक युवक  टीवी का मरीज है।  

गौरतलब है कि उक्त प्रकरण में पुलिस द्वारा चार युवकों को पूछताछ के लिए थाने में बुलाया गया था।  जिसके बाद सभी  युवकों  को पूछताछ के बाद पुलिस द्वारा छोड़ दिया गया। फिर दुबारा  स्थानीय पुलिस द्वारा मकसूदन पांडे व सरल यादव   को  चोरी के जुर्म में चालान किया गया हैं।

  ज्ञात हो कि लगभग 4 दिन पहले दुबहड पुलिस द्वारा चोरी के एक मामले  में मनोज राजभर पुत्र अजय राजभर, बिट्टू  पुत्र धनजी राजभर, मकसूदन पुत्र रविशंकर व सरल यादव पुत्र जयराम यादव को उठाया गया था।  जिसमें  सरल यादव टीवी का मरीज है। जिन्हें पूछताछ में निर्दोष होने के कारण छोड दिया गया। वही तीन नाबालिग लड़कों से पुलिस द्वारा पूछताछ किया जा रहा था।  लेकिन पुलिस द्वारा गरीब टीवी के मरीज सरल व मकसुदन को चोरी के जुर्म में चालान कर दिया गया। 

 जबकि वही दो नाबालिग लड़कों को दुबहर पुलिस द्वारा पैसा लेकर के छोड़ दिया गया।  जिससे  सरल यादव  के  पिता का रो रो कर बुरा हाल है।  वही उसके पिता  जयराम यादव ने आरोप लगाया है कि मेरा लड़का निर्दोष है।  तथा लगभग 6 साल से प्रार्थी उसको टीवी का दवा करा रहा है।   जयराम यादव चाय बेच कर अपने परिवार का जैसे तैसे जीविका चलाते है। पुलिस द्वारा एक बार इन युवकों को थाने में बुलाकर प्रताड़ित करना व उसके बाद इन्हें छोड़ कर पुनः दोबारा बुलाकर के चालान करना यह बात समझ से परे है।  


उधर नगर विधानसभा  सपा के वरिष्ठ नेता व  बेलहरी के ब्लॉक प्रमुख  प्रतिनिधि  मृत्युंजय तिवारी ' बब्लू' ने कहा कि जिला प्रशासन व स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा किसी विशेष जाती वर्ग  को   फर्जी मुकदमे में फसाया जा रहा है । यह शासन प्रशासन की तानाशाही रवैया बिल्कुल ही निंदनीय व  कायरता पूर्ण है। बतलाया कि जिले के प्रभारी मंत्री के जाती के लोगो को दबाव में स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा छोड़ दिया गया।  इसको लेकर सपा नेता ने कहा कि  शासन-प्रशासन द्वेष की भावना छोड़ निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करें।  अन्यथा सपा कार्यकर्ता आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे।



रिपोर्ट:- नितेश पाठक

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