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अपनी शक्ति को पहचानें महिलाएं, बड़े-बड़े असुर होंगे शरणागत



- *मिशन शक्ति अभियान के तहत कोतवाली में आयोजित कार्यक्रम में बोलीं कुलपति*


- अभिभावकों को दिलाई शपथ, बेटा-बेटी में नहीं करेंगे कोई भेदभाव*


बलिया: मिशन शक्ति, नारी सुरक्षा-सम्मान अभियान के सातवें दिन गुरुवार को बेटियों को पढ़ाने और उन्हें सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए प्रेरित किया गया। इसके लिए बेटी बढ़ाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के साथ उनकी सुरक्षा सम्बंधी अहम विन्दुओं के बारे में विस्तार से बताया गया। बेटा-बेटी में कोई भेदभाव नहीं करने के लिए अभिभावकों को शपथ भी दिलाई गई।


शहर कोतवाली परिसर में पुलिस विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कुलपति डॉ कल्पलता पांडेय ने बालिकाओं को अपना सन्देश देते हुए कहा कि आगे-पीछे, दाएं-बाएं कहीं मत देखो। बस आपका पूरा ध्यान स्वयं के व्यक्तित्व के निर्माण पर होना चाहिए। नारी सुरक्षा के बाबत कुलपति ने कहा कि जिस दिन बालिकाएं-महिलाएं अपनी शक्ति को पहचान गई, उस दिन बड़े-बड़े असुर शरणागत हो जाएंगे। महिला की भृकुटि तान देने मात्र से बड़े बड़े दुष्ट भाग खड़े होते हैं। बालिकाओं को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि सुंदरता बाहर से नहीं होती बल्कि अंदर से होती हैं। इसलिए आंतरिक सौंदर्य को निखारें। जिस दिन बालिकाएं अपनी अंदर की सुंदरता व शौर्य को जान जाएं, उसी दिन से आपके बेहतर व्यक्तित्व का निर्माण शुरू हो जाएगा। महिला-पुरुष व बेटा-बेटी में भेदभाव पर उन्होंने कहा कि महिला व पुरुष अपनी-अपनी जगह हैं। बेटी को बेटा कहने के कथन को सही नहीं मानती। बेटी, बेटी की तरह और बेटा, बेटा की तरह महान होना चाहिए।


जिलाधिकारी ने कहा कि वैसे तो 'मिशन शक्ति' का विस्तृत कार्यक्रम 180 दिन का है, लेकिन नवरात्रि में विशेष अभियान चल रहा है। इसका उद्देश्य है, बालिकाओं या महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के प्रति जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति समाज में हमेशा से सम्मान की भावना रही है। जनपद में कुलपति डॉ कल्पलता पांडेय का ही उदाहरण देते हुए इनसे ही प्रेरणा लेने को कहा। जिलाधिकारी द्वारा हर क्षेत्र में अव्वल रहीं बलिया जिले की महिलाओं की एक कमेटी बनाने की पहल को कुलपति ने भी सराहा बेहतर कदम बताया और इसमें अपना हरसम्भव सहयोग देने का भरोसा दिलाया।


एसपी देवेंद्र नाथ ने कहा कि वर्तमान परिवेश में हर एक बालिका व महिला को हेल्पलाइन नंबर की पूरी जानकारी होना आवश्यक है। उन्होंने हेल्पलाइन नम्बर 1090, 181, 1076, 112, 1098, 108 व 102 के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम में उन्होंने हेल्पलाइन नम्बर 1090 के बारे में पूछा तो बहुत सारी बालिकाओं को पता नहीं था। इस पर एसपी ने कहा कि यह आप सबकी सुरक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण नम्बर है। इस पर की गई शिकायत एकदम गोपनीय रहती है और परेशान करने वाले पर कार्रवाई भी हो जाती है।



*लीजेंड्स ऑफ बलिया व एनर्जी टैलेंट ऑफ बलिया ग्रुप सक्रिय*


कुलपति ने कहा कि लीजेंड्स ऑफ बलिया व एनर्जी टैलेंट ऑफ बलिया व्हाट्सएप्प ग्रुप सक्रिय है, जिसमें हर क्षेत्र में ऊंचाई हासिल कर चुके 52 लोग हैं। सभी लोग बलिया को बेहतर बलिया बनाने के लिए अपना सुझाव भी देते हैं। ऑस्ट्रेलिया, स्वीडन, कनाडा, अमेरिका व अन्य विभिन्न देशों में ये लोग हैं। कुल मिलाकर यहां पर बहुत अच्छा नेटवर्क तैयार हो रहा है, जिसका सकारात्मक परिणाम जल्द ही दिखेगा। कुलपति ने कहा कि बड़ी परीक्षाओं में जो विद्यार्थी अव्वल रहे हैं, उन्हें इस ग्रुप में जोड़ा जा रहा है। विश्वविद्यालय के साथ उनको जोड़कर बेहतर मार्गदर्शन दिया जाएगा।


*बहादुरी भरे कार्य पर छह महिला सिपाहियों का हुआ सम्मान*


कोतवाली परिसर में छह महिला सिपाही रेखा, पूजा त्रिपाठी, पूजा कुमारी, चंचला पटेल, संजना व सीमा यादव को शील्ड व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। ये सभी जिन्होंने बहादुरी भरा कार्य किया है। आरक्षी रेखा ने चित्तू पांडेय चौराहे पर किसी महिला पर छींटाकसी कर रहे शोहदे को अकेले पकड़ा था। वहीं, पूजा ने तीन शोहदों को अकेले पकड़ कर उन कार्रवाई कराई थी। इसी तरह बाकी युवा सिपाहियों ने भी बहादुरी का परिचय दिया था, जिस पर कुलपति ने सम्मान करने के साथ दुलार-प्यार भी किया।


रिपोर्ट : धीरज सिंह

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