बलिया में नर्सिंग होम के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई से डॉक्टरों में रोष, डीएम से मिले
By:Dhiraj Singh
बलिया: नर्सिंग होम पर छापेमारी कर उनके संचालकों के भयादोहन और दहशत फैलाने के मामले को लेकर नर्सिंग होम एसोसिएशन व आईएमए के पदाधिकारियों एवं सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल रविवार की देरशाम जिलाधिकारी से उनके आवास पर मिला. इस दौरान चिकित्सकों ने डीएम से कहा कि जिस तरीके से उनके नर्सिंग होम पर प्रशासन के अफसरों द्वारा छापेमारी कर दहशत फैलाने का कार्य किया जा रहा है. इससे समाज में गलत संदेश फैलाया जा रहा है. चिकित्सकों को बात को सुनने के बाद जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने एक सप्ताह छापेमारी न करने का आश्वासन दिया. कहा कि यह छापेमारी उनके निर्देश पर करायी जा रही है.
नर्सिंग होम एसोसिएशन के सचिव डॉ बीके गुप्ता ने डीएम से कहा कि हम निजी नर्सिंग होम संचालक अपने अस्पतालों में शासन द्वारा निर्धारित हर प्रकार के मानकों को पूरा करते हैं. कोरोना काल में हम लोगों ने हर प्रकार से शासन-प्रशासन को सहयोग दिया. लेकिन अब हम लोगों को ही बेवजह परेशान किया जा रहा. हम लोगों के साथ अपराधियों की तरह से सुलूक किया जा रहा है. इस मौके पर आइएमए के सचिव डॉ अजीत सिंह ने कहा कि हम नर्सिंग होम चलाते हैं. इसका मतलब यह नहीं है हम लोगों को परेशान किया जाय. पंजीकरण कराने वाले नर्सिंग होम और अस्पतालों पर औचक छापेमारी कर परेशान किया जा रहा है. यही नहीं उनपर जबरिया दबाव बनाया जा रहा है. इसके अलावा पूर्व सीएमओ डॉ पीके सिंह ने शासन के कायदे कानून का हवाला देते हुए उनका बेवजह शोषण न करने की अपील की. कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चिकिसलयो में लगे हुए अग्निशमन के क्रियाशील उपकरण की फोटो उपलब्ध कराने की बात की गई है. लेकिन इस अग्निशमन विभाग द्वारा इस तथ्य को दिग्भ्रमित कर के अनापत्ति प्रमाण पत्र बताया जा रहा है. जिससे चिकित्सको को भयभीत करके आर्थिक शोषण के लिए मजबूर किया जा रहा है. अगर ये सिलसिला नही रुका तो इससे सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में लाया जाएगा.
इस मौके पर डॉ सुरेश चन्द्र, डा. संतोष कुमार, डॉ अशोक कुमार गुप्ता, डॉ बीएन गुप्ता, डॉ अशोक कुमार, डॉ ए आलम, डॉ धनंजय प्रसाद, डॉ केके तिवारी, डॉ अनिल सिंह, डॉ जीएस पाठक आदि मौजूद रहे।
No comments