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एबीवीपी के इकाई अध्यक्ष ने बाबा साहब को नमन, जाने क्या कहा...




मनियर,बलिया। देश के महान राजनीतिक नेता, कानून विद्, मानव विज्ञानी, शिक्षक अर्थशास्त्री एवं भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर किसी एक जाति मजहब के नेता नहीं बल्कि सर्व समाज के नेता थे। देश हित में किया गया उनका योगदान भुलाया नहीं जा सकता। वह संविधान के रचयिता थे जिस संविधान के बदौलत भारत एकता के सूत्र में बंधा हुआ है ।उक्त बातें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के मनियर इकाई अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने मनियर ब्लॉक अंतर्गत भागीपुर गांव में शायं काल डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं गोष्ठी को संबोधित करते हुए सोमवार को कहा ।उन्होंने कहा कि छुआछूत, ऊंच-नीच, जात -पात,

धर्मबाद आदि  बुराइयां समाज की जड़ों में समाहित थी। अगर इस प्रकार की बुराई नहीं होती तो देश अट्ठारह सौ सत्तावन में ही आजाद हो गया होता। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर स्वयं छुआछूत के भुक्तभोगी थे जिन्होंने संविधान में इस कुप्रथा को समाप्त करते हुए समानता  और स्वतंत्रता का अधिकार दिया। जिसके कारण हर भारतीय खुली हवा में सांस ले रहा है । उनके बताए रास्ते पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी । दिलीप कुमार मिश्रा ने कहा कि परिनिर्वाण दिवस को समरसता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि डॉक्टर भीमराव को अंबेडकर का सरनेम उनके एक ब्राह्मण गुरु नहीं दिया था इसलिए जाति आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं होनी चाहिए। इसके पूर्व अंबेडकर जी की परिनिर्वाण दिवस की पूर्व संध्या पर भी साफ सफाई कर उनकी मूर्ति के समक्ष अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित किया गया। इस मौके पर प्रधान प्रतिनिधि मुन्ना राम ,दिलीप कुमार मिश्रा ने गोष्ठी को संबोधित किया। धीरेंद्र उपाध्याय, आकाश सिंह, राजू विद्यार्थी, आयुष खरवार, सूरज सिंह, नेहाल उपाध्याय सहित आदि लोग उपस्थित रहे। संचालन नगर इकाई मनियर सह मंत्री रोहित कुमार सिंह ने किया।


रिपोर्ट:- राममिलन तिवारी

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