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ज्ञानेंद्र शुक्ल के नेतृत्व में लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकारों ने लोक भवन पहुंच कर बलिया प्रकरण में सौंपा ज्ञापन


  

लखनऊ ।। बलिया के तीन पत्रकारों की गिरफ्तारी को लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकारों ने गंभीरता से लिया है । इस प्रकरण को लेकर वरिष्ठ पत्रकारों का एक प्रतिनिधि मंडल बुधवार को मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचकर सीएम के सूचना सलाहकार को ज्ञापन देकर इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है ।

यहां से यह प्रतिनिधि मंडल अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी से मिलकर बलिया प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की । श्री अवस्थी ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया की पत्रकारों के साथ अन्याय नही होने दिया जायेगी । जांच के बाद दोषियों को जरूर सजा मिलेगी ।

यहां से ये लोग अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल से मिलने उनके कार्यालय पहुंचकर बलिया के पत्रकारों की व्यथा को बताते हुए पूरे प्रदेश में हो रहे पत्रकारों के उत्पीड़न पर रोक लगाने की मांग पत्रक के माध्यम से की । श्री सहगल ने भरोसा दिलाया कि गिरफ्तार पत्रकारों के साथ अन्याय नही होने दिया जाएगा ।


अपने पत्रक में वरिष्ठ पत्रकारों ने लिखा है कि जनपद बलिया में इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक प्रकरण में तीन पत्रकारों दिग्विजय सिंह, अजीत ओझा और मनोज गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है लेकिन प्रथमदृष्टया यह प्रतीत होता है कि स्थानीय प्रशासन ने दुर्भावनावश इनके विरूद्ध कार्यवाही की है। कथित लीक पेपर को अपने समाचार पत्र में प्रकाशित करके इन पत्रकारों ने अपने पत्रकारीय धर्म का पालन किया है। अभी तक स्थानीय पुलिस पेपर लीक कराने के संदर्भ में इनकी भूमिका को लेकर अपना पक्ष स्पष्ट करने में असफल रही है।


ऐसे में आपसे अनुरोध है कि इस प्रकरण की स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं उच्चस्तरीय जांच सुनिश्चित कराएं ,ताकि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देश कोई दोषी बचने न पाए और कोई निर्दोष फंसने न पाए का अक्षरशः सुनिश्चत हो सके तथा पत्रकारीय पेशे से जुड़े साथियों के सम्मान और अधिकारों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सके।

उपरोक्त तीनो अधिकारियों से मिलकर पत्रक देने वालों में वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेंद्र शुक्ला, रजनीश पांडेय,राजवीर सिंह ,राघवेन्द्र पांडेय, राघवेंद्र सिंह ,अंकित श्रीवास्तव ,दिवाकर त्रिपाठी ,ऋषि मिश्रा ,हेमेंद्र तोमर, आलोक पांडेय  ,अभिनाश सिंह आदि शामिल रहे ।


रिपोर्ट त्रयंबक पांडेय गांधी

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