लाईफ लाईन कही जाने संपर्क मार्गों के क्षतिग्रस्त होने से लोगों को हो रहीं परेशानी
रेवती (बलिया) । केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे तथा हाई नेशनल मार्गो के निर्माण के लिए करोड़ों रुपए खर्च की जा रही है। किन्तु ग्रामीण क्षेत्रों के लिए लाइफ लाइन कही जाने संपर्क मार्गो पर ध्यान नही लिए जाने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रेवती नगर के उत्तर टोला पुल से कुसौरी जाने वाला 5 किलो मीटर लंबा संपर्क मार्ग एक दशक से अधिक समय से क्षतिग्रस्त है। इस संपर्क मार्ग पर सवारी की कौन कहे पैदल चलने वाले राहगीर व स्कूली बच्चें आए दिन चोटिल होते रहते हैं। रेवती से हडिया जाने वाला संपर्क मार्ग भी 5 किलो मीटर लंबा है। दो किलो मीटर बना हैं शेष 3 किलों मीटर अधूरा है। रेवती बैरिया मुख्य मार्ग के कोलनाला चट्टी से दलछपरा, श्रीनगर गांव जाने वाला संपर्क मार्ग 3 किलो मीटर लंबा है। दोनों तरफ से सड़क 2 किलो मीटर बन गया है। किन्तु बीच में एक किलो मीटर अब भी क्षतिग्रस्त है। खस्ताहाल संपर्क मार्गो के चलते दियरांचल के लोगों को आवागमन में परेशानी झेलनी पड़ रही है। वही रेवती का व्यवसाय व बाजार भी प्रभावित है।
पुनीत केशरी
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