विद्युत उपकेन्द्र में आदि शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की जयंती श्रद्धाभाव से मनाई गई
रतसर (बलिया) स्थानीय विद्युत उपकेन्द्र पर बुधवार को भगवान विश्वकर्मा की जयंती पूरे विधि-विधान और श्रद्धा भाव से मनाई गई। लगातार बारिश के बावजूद कर्मचारियों और अधिकारियों ने पूरे उत्साह के साथ पूजा में भाग लिया। इस दौरान श्रम और सृजन के देवता भगवान विश्वकर्मा से सुरक्षित कार्य और क्षेत्र में निर्बाध विद्युत आपूर्ति की कामना की गई। पूजा कार्यक्रम का शुभारंभ आचार्य पं. राजन जी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कराया। इस अवसर पर अवर अभियंता कैलाश राव ने जजमान की भूमिका निभाई। सुबह से ही उपकेन्द्र परिसर में साफ-सफाई और सजावट की गई थी। पावर हाउस के सभी लाइनमैन,टीजीटू, एसएसओ और अभियंता ने एकजुट होकर अनुष्ठान में हिस्सा लिया। आचार्य ने वेद मंत्रो के साथ पूजा संपन्न कराई। जिसके बाद हवन, पूजन और आरती कर कार्यक्रम का समापन हुआ। पूजा उपरांत सभी कर्मचारियों ने प्रसाद ग्रहण किया और सामूहिक फोटो भी खिचवाए। कर्मचारियों और अधिकारियों ने भगवान विश्वकर्मा से सुरक्षित कार्य, दुर्घटनामुक्त सेवा और क्षेत्र में निर्बाध आपूर्ति की कामना की। इस अवसर जेई कैलाश राव ने कहा कि विश्वकर्मा पूजा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नही,बल्कि मेहनतकश वर्ग के सम्मान का पर्व है। एसएसओ राजेश यादव ने बताया कि मशीनों,औजारों और तकनीक से जुड़े हर व्यक्ति के जीवन में इसका विशेष महत्व होता है। यही कारण है कि पावर हाउस से लेकर छोटे-बड़े गैराज और कार्यशालाओं तक यह दिन धूमधाम से मनाया जाता है। रतसर विद्युत उपकेंद्र पर हुए इस आयोजन ने फिर एक बार यह संदेश दिया कि परिश्रम और सृजन ही असली समाज की शक्ति है। इस अवसर पर विवेक, धर्मेन्द्र,बच्चालाल, सुमित,बृजेश तिवारी ऊर्फ मान बाबा,राजेन्द्र,दद्दन राम,अरविन्द,दद्दन राजभर,अजय राजभर,अजय प्रजापति,सत्य नारायन प्रजापति, अवधेश,चन्द्रप्रकाश तिवारी,आजाद, हृदय नारायन यादव,अवनीश, जितेन्द्र कुमार, रविन्द्र,चिंतामणि, मोतीलाल एवं विनय कुमार मौजूद रहे।
रिपोर्ट : डी.पाण्डेय
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